बोकारो : अगहन पूर्णिमा के अवसर पर शनिवार की शाम सेक्टर 12, आदर्श कोआपरेटिव कालोनी, प्लाट 37 ए में शारदा संगीत महाविद्यालय के तत्वावधान में संगीत संध्या का आयोजन किया गया। पं बच्चन महाराज के संयोजन में आयोजित इस कार्यक्रम में अरुण पाठक, उमेश कुमार झा, चन्द्र कान्त शर्मा, धीरज तिवारी, मिलन गोस्वामी, दीप नारायण, शिवानी आदि ने अपनी प्रस्तुतियों से समां बांध दिया। कार्यक्रम की शुरुआत संगीत प्रभाकर (गोल्ड मेडलिस्ट) चन्द्र कान्त शर्मा ने राग गोरख कल्याण व राग बिहाग में शास्त्रीय गायन सुनाकर की। तत्पश्चात उन्होंने ग़ज़ल ‘चुपके चुपके रात दिन..’ सुनाकर सबकी वाहवाही ली। उमेश कुमार झा ने ‘मिलने के लिए आपसे दिल बेकरार है…’, ‘मेरा आपके बिना सब काम हो रहा है…’ व मैथिली ग़ज़ल ‘अहीं कलम, अहीं कागज हमर क़िताब अहीं…’, मिलन गोस्वामी ने ‘चदरिया झीनी रे झीनी ..’ की सुमधुर प्रस्तुति की। जाने-माने गायक अरुण पाठक ने मिथिला वर्णन ‘अपन मिथिला के गाथा हम सुनू एखने सुनाबै छी…” व हिंदी फिल्मों के भक्ति गीत ‘संसार है एक नदिया सुख-दुख दो किनारे हैं…’, ‘मैं देखूं जिस ओर सखी री सामने मेरे सांवरिया…’ की भावपूर्ण प्रस्तुति से सबको मंत्रमुग्ध कर दिया। तबले पर पं बच्चन महाराज व उनके शिष्य धीरज तिवारी ने अच्छी संगति की।
कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि अजय कृष्ण मिश्र व रितेश झा ने कार्यक्रम की सराहना करते हुए कहा कि मानव जीवन में संगीत का विशेष महत्व है।
*सेक्टर 4एफ सूर्य मंदिर में भजन संध्या*
बोकारो : भास्कर सेवक समिति द्वारा सेक्टर 4 एफ सूर्य मंदिर में अगहन पूर्णिमा के अवसर पर शनिवार की शाम भजन संध्या का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में वरिष्ठ गायक आर एन दुबे ने ‘मन लागो मेरे यार फकीरी में…’, ‘चल मन गंगा तीरे…’, ‘पायो जी मैंने राम रतन धन पायो…’, सुप्रसिद्ध गायक अरुण पाठक ने मैथिली के प्रसिद्ध गीतकार शिव कुमार झा टिल्लू की रचना मिथिला वर्णन ‘अपन मिथिला के गाथा हम सुनू एखने सुनाबै छी..’ , महाकवि विद्यापति की रचना ‘बड़ सुख सार पाओल तुअ तीरे…’ व अन्य भजन प्रस्तुत कर सबको आनंदित किया।
तबले पर पं शिवपूजन मिश्र व अखिलेश कुमार ने संगति की। इस अवसर पर भास्कर सेवक समिति के चन्द बिनोद मिश्र, वैद्य जी आदि उपस्थित थे।