# मॉरीशस, श्रीलंका व बांग्लादेश के बाद पुनः मिली अंतरराष्ट्रीय ख्याति
बोकारो। डीपीएस (दिल्ली पब्लिक स्कूल) बोकारो के प्राचार्य डॉ. ए एस गंगवार की अंतरराष्ट्रीय उपलब्धियों में एक और नया महत्वपूर्ण अध्याय जुड़ गया है। दुबई में आयोजित ग्लोबल एजुकेशन समिट एंड अवार्ड्स समारोह में उन्हें एकेएस एजुकेशन अवार्ड की ओर से विश्व-प्रतिष्ठित ग्लोबल प्रिंसिपल अवार्ड से सम्मानित किया गया है।
उन्हें 26 देशों के अन्य पुरस्कार विजेताओं और प्रतिनिधियों के बीच यह पुरस्कार मिला। सम्मान समारोह में दुबई में क्रोएशिया गणराज्य के महावाणिज्य दूतावास के महावाणिज्यदूत जैस्मीन डेल्विक सम्मानित अतिथि के रूप में उपस्थित थे। अबू धाबी में हंगरी के दूतावास के मिशन के उप प्रमुख लास्ज़लो मार्टन और दुबई में अज़रबैजान गणराज्य के जनरल वाणिज्य दूतावास के उप-परिषद खानलार पशाज़दे विशिष्ट अतिथि के रूप में उपस्थित थे। यह कार्यक्रम सराहना, वैश्विक नेटवर्किंग, ज्ञान साझा करने और साथियों से सीखने का एक आदर्श मिश्रण था।
उल्लेखनीय है कि शैक्षिक क्षेत्र में बहुत ही प्रतिष्ठित सम्मान ग्लोबल प्रिंसिपल अवार्ड उन दूरदर्शी प्राचार्यों को प्रदान किया जाता है, जिन्होंने शिक्षा के माध्यम से विद्यार्थियों के भविष्य को आकार देने में असाधारण समर्पण और नवाचार का प्रदर्शन किया है। यह सम्मान शिक्षा जगत में डॉ. गंगवार के विशिष्ट शैक्षिक अवदान को मान्यता देता है, जिन्होंने शैक्षिक उत्कृष्टता और नेतृत्व के लिए नए मानक स्थापित किए हैं। यह प्रतिष्ठित सम्मान डीपीएस बोकारो परिवार के सहयोगात्मक भावना और सामूहिक उत्कृष्टता का प्रमाण है।
इसके पूर्व बांग्लादेश, मॉरीशस व ढ़ाका सहित अन्य देशों में भी डॉ गंगवार वैश्विक मंचों पर अपने अद्वितीय शैक्क्षिक अवदानों के लिए सम्मानित किए जा चुके हैं।
ग्लोबल प्रिंसिपल अवार्ड मिलने पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए डॉ. गंगवार ने कहा कि यह सम्मान समर्पित संकाय सदस्यों के समर्थन, छात्रों के अथक जुनून और विद्यार्थियों के माता-पिता के सकारात्मक सहयोग का परिणाम है। यह प्रतिष्ठित पुरस्कार डीपीएस बोकारो में हमारे द्वारा विकसित किए गए अविश्वसनीय तालमेल का प्रमाण है। शिक्षकों की ऐसी असाधारण टीम का नेतृत्व करना और ऐसे प्रतिभाशाली छात्रों के साथ काम करना सम्मान की बात है। साथ मिलकर, हम एक परिवर्तनकारी शैक्षिक आयाम गढ़ने का प्रयास कर रहे हैं, जो हमारे छात्रों को लगातार विकसित हो रही दुनिया में उत्कृष्टता प्राप्त करने के लिए तैयार करता है। साथ ही, युवाओं के कौशल विकास में भी सहायक है।