# उमेश कुमार शर्मा बने सचिव
चंद्रपुरा । डीवीसी कर्मचारी संघ ( इंटक) के पूर्व सचिव मनोज कुमार झा का पदोन्नति हो जाने के बाद इन्होंने डीवीसी कर्मचारी संघ( इंटक) के चंद्रपुरा ताप विद्युत केंद्र की इकाई के सचिव पद से इस्तीफा दे दिया है। झा के इस्तीफा दिए जाने के बाद डीवीसी कर्मचारी संघ के केंद्रीय महासचिव सुब्रतो मिश्रा ने उमेश कुमार शर्मा को संघ के चंद्रपुरा इकाई की नया सचिव मनोनीत कर कर्मचारी संघ का नया कमेटी गठित किया है ।
संघ के महासचिव सुब्रतो मिश्रा नें चंद्रपुरा इकाई संघ के अध्यक्ष पद पर कविंद्र नाथ सिंह, उपाध्यक्ष मोतीलल सिंह, कुलजीत कुमार, संयुक्त सचिव सहदेव सिंह, भूपेंद्र सिंह ,ऑर्गेनाइजिंग सचिव अमरेंद्र कुमार सिंह, रामप्रवेश सिंह, रफी अनवर अंसारी, सहायक सचिव उमाशंकर प्रसाद, पति लाल सिंह, रेखा शर्मा , प्रदीप कुमार, कोषाध्यक्ष रवि रंजन सिंह के अलावा 37 कार्यकारिणी के सदस्य आदि मनोनीत किया है।
संघ के कार्यालय में शुक्रवार की देर शाम संघ के अधिकारियों और कार्यकर्ताओं की हुई एक बैठक में निर्णय लिया गया कि डीवीसी के कर्मियों के अलावा प्लांट में कार्यरत अन्य श्रमिकों के उत्थान और डीवीसी के उत्थान के लिए हम सभी को एकजुट होकर सकारात्मक कार्य करने की आवश्यकता है ।बैठक की अध्यक्षता कविंद्र नाथ सिंह ने किया । बैठक में सचिव उमेश कुमार शर्मा, अक्षय कुमार , रवि रंजन सिंह ,अमरेंद्र कुमार, रवि रंजन सिंह ,रामप्रवेश कुमार, शिव शंकर मांझी आदि उपस्थित थे।
चंद्रपुरा इकाई के लिए संघ की नई कार्यकारिणी गठित होने के बाद संघ के सभी अधिकारियों ने यहां के मुख्य महाप्रबंधक और परियोजना प्रधान से शिष्टाचार मुलाकात कर संघ की गतिविधियों की जानकारी दी ।इस अवसर पर मुख्य महाप्रबंधक और परियोजना प्रधान श्री सुनील कुमार पांडेय ने कहा कि यूनियन के कार्यकर्ता और संस्थान के प्रबंधन बिजली उत्पादन और डीवीसी के उत्थान में एक दूसरे के पूरक साबित होते रहे हैं। उन्होंने कहा कि चंद्रपुरा क्षेत्र के विकास के लिए यहां नया प्लांट लगाना अति आवश्यक है । इसके लिए प्रबंधन गंभीर है ।
उन्होंने यूनियन और स्थानीय लोगों से अपील किया कि चंद्रपुरा में नया पावर प्लांट लगाने के लिए सभी लोगों का सकारात्मक सहयोग अत्यंत जरूरी है। मौके पर उप महाप्रबंधक प्रशासन टीटी दास भी मौजूद थे । संघ के अधिकारियों ने प्रबंधन को विकास कार्य में सहयोग के लिए हर संभव सकारात्मक सहयोग करने की बात कही। संघ के अधिकारियों का मानना है कि वह डीवीसी मे कार्यरत सभी श्रमिकों के हित में काम करेंगे। ऐसे ही सकारात्मक पहल से डीवीसी और इसके श्रमिकों का उत्थान संभव है।