बोकारो : संस्कार भारती, बोकारो महानगर इकाई द्वारा गुरुवार की शाम स्वर सम्राज्ञी लता मंगेशकर को श्रद्धांजलि देने के लिए सेक्टर 6 स्थित क्रिसेंट पब्लिक स्कूल में संगीत संध्या का आयोजन किया गया। कार्यक्रम की शुरुआत बोकारो विधायक बिरंची नारायण, संस्कार भारती, बोकारो के संरक्षक अनिल कुमार गुप्ता, अध्यक्ष अमरजी सिन्हा, उपाध्यक्ष निमेष राठौर, मंत्री स्वरुप शेखर पांडेय, साहित्य व मीडिया प्रमुख अरुण पाठक, संगीत प्रमुख संजीव मजुमदार, गायिका रंजू सिंह, नृत्यांगना अर्चना कुमारी, रजनी पाढ़ी, अरुप रक्षित, शंभु झा द्वारा दीप प्रज्ज्वलन व लता जी की तस्वीर पर माल्यार्पण एवं पुष्पार्चन से हुई। लता जी की आत्मा की शांति के लिए दो मिनट का मौन रखकर ईश्वर से प्रार्थना की गयी।
विधायक बिरंची नारायण ने अपने संबोधन में संस्कार भारती के इस कार्यक्रम की सराहना की। उन्होंने कहा कि जब तक धरती है और संगीत है तब तक लता जी का नाम अमर रहेगा। लता जी अप्रतिम स्वर व गायकी के लिए सदैव याद की जाएंगी। अध्यक्ष अमरजी सिन्हा ने कहा कि लता जी संगीत प्रेमियों के बीच सदैव आदर के साथ याद की जाएंगी।
संस्कार भारती के ध्येय गीत ‘साधयति संस्कार भारती भारते नवजीवनम…’ के समवेत गायन के बाद लता जी के गाए कुछ गीतों पर बाल कलाकारों रेवंत पाढी, आर्या, अनन्या, वेदिका, वामिका व आनीश ने मनोहारी नृत्य की प्रस्तुति दी।
अरुण पाठक ने ‘तुम मुझे यूं भुला न पाओगे…’, ‘तुम न जाने किस जहां में खो गये…’, ‘माई री मैं कासे कहूं..’ व गायिका करिश्मा प्रसाद के साथ युगल गीत ‘छुप गये सारे नज़ारे ओय क्या बात हो गई…’, अमरजी सिन्हा ने ‘जुर्मे उलफ्त की हमें लोग सजा देते हैं…’, ‘एक प्यार का नगमा है,..’, अरुप रक्षित ने ‘बरखा बहार आई…’, रुपक पांडेय ने ‘मेरे नैना सावन भादो..’ करिश्मा प्रसाद ने ‘बैयां न धरो ओ बलमा..’ व प्रसेनजीत शर्मा के साथ ‘फिर छिड़ी रात बात फूलों की…’ सुमधुर प्रस्तुति से लता जी को श्रद्धांजलि दी। कार्यक्रम के अंत में ‘चलते चलते मेरे ये गीत याद रखना..’ की प्रस्तुति के साथ संगीतकार व गायक बप्पी लाहिड़ी को श्रद्धांजलि दी गयी। कार्यक्रम में तबले पर निमेष राठौर व हारमोनियम पर संजीव मजुमदार ने संगति की। मंच संचालन अमरजी सिन्हा ने किया।
इस अवसर पर संदीप तिवारी, ब्रजेश पांडेय, प्रदीप कुमार दीपक, वसुंधरा भारती, रीना सिन्हा, अर्चना, रोली प्रियदर्शिनी, नीरज सिंह आदि उपस्थित थे।