बोकारो। भोजपुरी व हिन्दी के लोकप्रिय साहित्यकार राम नारायण उपाध्याय नहीं रहे। गुरुवार की अहले सुबह उनका निधन हो गया। वे कैंसर से पीड़ित थे। लगभग 12 वर्ष पूर्व बोकारो स्टील प्लांट की सेवा से सेवानिवृत हुए थे। लगभग 72 वर्षीय साहित्यकार राम नारायण उपाध्याय के निधन से बोकारो के साहित्य जगत में शोक की लहर दौड़ गयी है। उनके निधन को बोकारो के साहित्यकारों ने अपूरणीय क्षति बताई है। साहित्यिक गोष्ठियों में उनकी सक्रियता प्रशंसनीय थी। वाकपटुता के धनी व मिलनसार स्वभाव के राम नारायण उपाध्याय ज्योतिष विद्या के भी अच्छे जानकार थे। उनके निधन पर साहित्यकार बुद्धिनाथ झा, प्रहलाद चंद दास, डाॅ नर नारायण तिवारी, तुला नंद मिश्र, उदय कंुमार झा, चांद मुंगेरी, विजय बहादुर तिवारी, उषा झा, अरुण पाठक, हरिमोहन झा, ब्रजेश ब्रजवासी, ज्योति वर्मा, सतीश चंद्र झा, डाॅ निरुपमा कुमारी, डाॅ आशा पुष्प, कस्तूरी सिन्हा, राजेन्द्र कुमार, सरिता सिन्हा, सुनील मोहन ठाकुर, अमन कुमार झा, आकाश खूंटी, मनोज कुमार निशांत, कुमार राकेश, पूर्णेन्दु पुष्पेश, संजय झा, राजीव कंठ, डाॅ नरेन्द्र कुमार राय आदि ने गहरी संवेदना प्रकट की है।