होली के लिए आरबीआई ने जनता के लिए एक तोहफा तैयार रखा था। आज (13 मार्च) से नोटबंदी के बाद तय की गई बचत खातों से नकदी निकासी की सीमाएं पूरी तरह से खत्म कर दी गई हैं, यानी अब बचत खातों से जितना चाहें उतना पैसा निकाल सकते हैं। भारतीय रिजर्व बैंक ने 8 फरवरी को ऐलान किया था कि सेविंग्स अकाउंट्स से नकदी निकासी की सीमा को दो चरणों में हटा लिया जाएगा।
पहले चरण के तहत 20 फरवरी से बचत खातों से हर हफ्ते 24,000 रुपये की जगह 50,000 रुपये तक निकाले जाने की छूट की गई थी। मौद्रिक नीति की समीक्षा की घोषणा के दौरान रिजर्व बैंक डेप्युटी गवर्नर उर्जित पटेल ने इसकी जानकारी दी थी। नोटबंदी के बाद कैश निकासी की सभी तरह की सीमाएं होली के दिन से समाप्त हो गई हैं।
नोटबंदी के करीब 4 महीनों बाद कैश निकासी से जुड़े सभी रोक पहले जैसे हो जाएंगे। काला धन और फेक करंसी पर निशाना साधते हुए पीएम मोदी ने 8 नवंबर 2016 को 86 प्रतिशत करंसी को अमान्य घोषित कर दिया था। रिजर्व बैंक ने नोटबंदी के बाद कई बार नियमों को बदलते हुए बैंक और एटीएमस से कैश निकासी पर शर्तें लगा दी थीं।