वर्तमान में अंग्रेजी एक वैश्विक भाषा बन चुकी है। सीबीएसई का कहना है कि दुनिय में तेजी से आगे रहने के लिए वर्तमान परिपेक्ष्य में अंग्रेजी का समुचित ज्ञान बहुत ही जरूरी है। इसलिए छात्रों को बाकी भाषाओं की तरह ही अंग्रेजी में भी दक्ष बनाया जाए। इसी उद्देश्य को समर्पित सीबीएसई सीओई, पटना के तत्वावधान में कैपिसिटी बिल्डिंग प्रोग्राम (सीबीपी) के चिन्मय विद्यालय बोकारो में दो दिवसीय कार्यशाला का आज सफलता पूर्वक समापन किया गया ।
अंग्रेजी विषय के लिये सभी कक्षा के लिए लेंगूएज एवं लिट्रेचर विषय पर आधारित 10 घंटे तक चलने वाली इस दो दिवसीय (23 जून एवं 24 जून) कार्यशाला में बिहार, झारखंड के 20 विभिन्न सीबीएसई स्कूलों के 89 शिक्षक-शिक्षिकाओं ने हिस्सा लिया। कार्यशाला में रिसोर्स पर्सन लिपिका पात्रा, आर्मी पब्लिक स्कूल रांची एवम पूजा बनर्जी, शिक्षा निकेतन, जमशेदपुर ने सभी कक्षाओं में इंग्लिश विषय के आसान एवं रोचक तरीके से विभिन्न शिक्षण पद्धति पर विस्तार से प्रकाश डाला।
रिसोर्स पर्सन ने भाषा के लिसनिंग, स्पीकिंग, रीडिंग, राइटिंग स्क्लि पर चर्चा करते हुए ब्लूम टेक्सोनाॅमी के शिक्षण सिद्धांत पर आधारित प्रश्न-पत्र निर्माण व छात्रों में एनालिटिकल, क्रिटिकल, क्रिएटिव व लॉजिकल थिंकिंग , स्टोरी टेलिंग, प्रश्न निर्माण, स्पॉट स्टोरी मेकिंग पर विस्तार से प्रकाश डाला। 21 सेंचुरी स्किल्स उन्होंने नई शिक्षा नीति -2020 के बाद आये पठन-पाठन में बदलाव पर विस्तार से चर्चा करते हुए 21 सेंचुरी स्किल्स को भी अपनाने की वकालत की। दोनों शिक्षाविदें ने बच्चों को अंगेजी भाषा से जोड़ते हुए शिक्षकों से कहा कि आप छात्रों को प्रेरित करें कि आपको जो अच्छा लगता है उसे नियमित पढ़ें। छात्रों में आसान व्याकरण, व्यवस्थित पठन, विषयों को समझना, मुश्किल शब्दों को समझना, समूहों में पढना, विस्तृत पठन के साथ अंग्रेजी में सस्वर उच्चारण, निर्देशित पठन पढने के कौशल को विकसित करें। टीचर्स के द्वारा किये के प्रश्नों का उत्तर भी रिसोर्स पर्सन ने आसानी से दिया।
रिसोर्स पर्सन ने इंग्लिश व्याकरण एवं इसकी विभिन्न विधाओं के पठन -पाठन से संबंधित विषयों पर आधारित क्रियाकलाप, प्रश्नोत्तरी के द्वारा शिक्षकों का ज्ञानवर्धन किया। इससे इस कार्यशाला में शिक्षक समुदाय में काफी उत्साह में नजर आए और उन्होंने भी अपने अनुभव और विचार बखूबी साझा किए। प्राचार्य सूरज शर्मा ने कार्यशाला में आए सभी आगंतुक शिक्षकों का स्वागत किया। उन्होंने कहा कि अंग्रेजी भाषा सीखने के लिए सुनने और बोलने के अलावा अंग्रेजी भाषा का उपयोग करने का उचित ज्ञान होना भी महत्वपूर्ण है।
चिन्मय विद्यालय के अध्यक्ष विश्वरूप मुखोपाध्याय ने अंग्रेजी का अच्छा ज्ञान आपको दुनिया भर के सैकड़ों देशों के फिल्मों, संगीत, साहित्य और संस्कृति तक पहुंचा देता है। ऐसी परिस्थिति में बच्चों में सही तरीके से इंग्लिश भाषा का अधिगम आवश्यक है।