उत्तर प्रदेश के मुगलसराय जंक्शन का नाम आज से बदल गया है. अब यह ऐतिहासिक रेलवे स्टेशन पंडित दीन दयाल उपाध्याय के नाम जाना जाएगा. भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने मुगलसराय में आज आधिकारिक रूप से इसकी शुरुआत की. इस दौरान रेल मंत्री पीयूष गोयल और यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी मौजूद रहे.
कार्यक्रम में अमित शाह के अलावा रेल राज्यमंत्री मनोज सिन्हा, उत्तर प्रदेश के उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य तथा अन्य वरिष्ठ भाजपा नेता भी मौजूद रहे.
इस बीच, सम्पूर्ण रेलवे स्टेशन को केसरिया रंग में रंगा जा रहा है और परिसर में प्रवेश और निकास द्वार के साइनबोर्ड के साथ-साथ प्लेटफार्म के नाम को भी बदला जा रहा है. ‘एकात्म मानववाद’ का संदेश देने वाले राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के विचारक दीन दयाल उपाध्याय फरवरी 1968 में मुगलसराय रेलवे स्टेशन के पास ही संदिग्ध अवस्था में मृत पाये गये थे.
उत्तर प्रदेश सरकार ने इस साल जून में मुगलसराय रेलवे स्टेशन का नाम दीनदयाल उपाध्याय के नाम पर रखने का फैसला किया था. मंत्रिपरिषद की बैठक में मंजूरी के बाद इस प्रस्ताव को रेल मंत्रालय के पास भेजा गया था.
कार्यक्रम में बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह ने लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि आज पंडित दीनदयाल उपाध्याय जी की स्मृति में मुग़लसराय में जो विकास कार्यों की शुरुआत हुई है, उसके लिए मैं उत्तर प्रदेश की योगी सरकार और केंद्र की मोदी सरकार का हार्दिक धन्यवाद करता हूं. शाह ने कहा कि योगी जी के सरकार में आज उत्तर प्रदेश से माफिया राज पूरी तरह समाप्त हो गया है.
चंदौली से सांसद और भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष महेन्द्र नाथ पाण्डेय ने कहा कि एकात्म मानववाद जैसी प्रगतिशील विचारधारा देने वाले पंडित दीन दयाल उपाध्याय के नाम पर मुगलसराय जंक्शन का नामकरण कराये जाने पर सिर्फ चंदौली ही नहीं बल्कि पूरे देश के लोगों में उत्साह है.
उन्होंने कहा कि उपाध्याय महान चिंतक थे. आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में चल रही केन्द्र सरकार तथा उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार उन्हीं की बातों को ध्यान में रखकर आमजन के कल्याण के लिये नीतियों का निर्माण कर रही हैं.