चिन्मय विद्यालय के तपोवन सभागार में स्पिक मैके के तत्वाधान में आज भारतीय सांस्कृतिक संगीत के जाने-माने बांसुरी वादक पंडित चेतन जोशी ने अपने मधुर बांसुरी वादन से पूरे वातावरण को संगीतमय कर दिया। ज्ञात हो कि बांसुरी वादक पंडित चेतन जोशी बोकारो में लगभग 25 वर्षों तक अपनी सेवा दे चुके हैं। खुद उनकी प्रारंभिक शिक्षा बोकारो में ही हुई है। बांसुरी बादन के प्रति इनके लगाव ने पंडित चेतन जोशी को एक नई उॅचाई पर पहुचा दिया। देश विदेश मे सैकड़ो संगीतमय कार्यक्रम का आयोजन कर बासुरी वादन को एक नई उॅचाई तक पहुचाने में अहम भुमिका निभाई है।
आज कार्यक्रम का शुभारंभ सभी गणमान्य अतिथियो के द्वारा दीप प्रज्वलन कर किया गया। सर्वप्रथम पंडित चेतन जोशी ने बांसुरी के इतिहास के बारे में बच्चों को बताया कि किस किस पद्धति के बांसुरी को कैसे बजाया जा सकता है। साथ ही उन्होंने अपने जीवन यात्रा पर भी संक्षिप्त टिप्पणी दी। बच्चों के साथ विशेष लगाव पंडित जोशी का दिखा। उन्होंने बच्चों के कई रोचक प्रश्नों का जवाब बहुत ही शानदार एवं सरल तरीके से दिया। पंडित चेतन जोशी को भारत सरकार, झारखंड सरकार एवं कई संगठनों द्वारा सम्मानित किया गया है।
विद्यालय अध्यक्ष बिश्वरूप मुखोपाध्याय, सचिव महेश त्रिपाठी, प्राचार्य सुरज शर्मा ने पंडित चेतन जोशी को स्मृति स्वरूप पौधा एवं पुस्तक भेंट किया। शॉल ओढ़ाकर सम्मानित किया । संगीतमय कार्यक्रम के तबला वादक उमेश राठौड़ एवं बांसुरी वादक समीर सेठ को भी सम्मानित किया।
कार्यक्रम का संचालन सुप्रिया चौधरी ने सफलतापूर्वक किया। इस महमोहक संगीतमय अवसर पर कक्षा छठी से आठवीं तक के छात्र-छात्राएं एवं शिक्षक शिक्षिकाए उपस्थित थे। इस संगीतमय कार्यक्रम में गोपाल चंद्र मुंशी, विकास परिधारिया , रश्मि सिंह, संजीव सिंह , रजनीश चौधरी, रणधीर नारायण, नितिश पाण्डेय ने कार्यक्रम को सफल बनाने में मुख्य भुमिका निभाया।