जयंती पर याद किए गए साहित्यकार राम नारायण उपाध्याय

 

* पं. राम नारायण उपाध्याय जयंती पर कवि गोष्ठी आयोजित*

अरुण पाठक

बोकारो: हिन्दी व भोजपुरी के यशस्वी साहित्यकार व ज्योतिषविद् पं. राम नारायण उपाध्याय की जयंती पर सेक्टर 6 स्थित क्रिसेंट पब्लिक स्कूल में एक समारोह का आयोजन किया गया। इस अवसर पर कवि गोष्ठी का भी आयोजन हुआ जिसमें काफी संख्या में नगर के साहित्यकारों ने शिरकत की और उन्हें भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की। चार वर्ष पूर्व दिवंगत हुए साहित्यकार राम नारायण उपाध्याय की जयंती पर हर वर्ष उनकी पत्नी श्रीमती कलावती उपाध्याय व परिवार के सदस्यों द्वारा काव्य गोष्ठी आयोजित की जाती है।

कार्यक्रम की शुरुआत स्व. उपाध्याय की तस्वीर पर माल्यार्पण व पुष्पार्चन से हुई। इस काव्य गोष्ठी में मुख्य अतिथि वरिष्ठ साहित्यकार सुख नंदन सिंह ‘सदय’, समारोह के अध्यक्ष डॉ नर नारायण तिवारी सहित डॉ आशा पुष्प, ओम राज, ललन तिवारी, डॉ परमेश्वर भारती व अरुण पाठक ने उपाध्याय जी के व्यक्तित्व व कृतित्व पर प्रकाश डाला। साहित्यकारों ने कहा कि सहज, सरल व जीवंत व्यक्तित्व के धनी पं. राम नारायण उपाध्याय बोकारो के लोकप्रिय साहित्यकार थे। उनकी रचनाओं में आम जनजीवन से जुड़ी बातें सहजता से उभरकर आई हैं। वह एक ख्यातिप्राप्त ज्योतिषाचार्य भी थे। उनके निधन के बाद साहित्य जगत में जो खालीपन आया है उसकी भरपाई संभव नहीं है।

डॉ नर नारायण तिवारी की अध्यक्षता व डॉ परमेश्वर भारती के संचालन में आयोजित इस काव्य गोष्ठी में कवि ओम राज एवं मनोज कुमार सिंह ने अपनी कविताओं से स्व. राम नारायण उपाध्याय जी के न होने की पीड़ा को व्यक्त किया। सुख नंदन सिंह ‘सदय’ ने एक बेहतरीन कविता के माध्यम से बोकारो नगर के निर्माण के समय की परिस्थितियों से श्रोताओं को अवगत कराया। अरुण पाठक ने हिंदी भाषा के महत्व को एक सुंदर कविता ‘हिन्दी है हम सबकी भाषा, हिन्दी है जन-जन की भाषा…’ के माध्यम से व्यक्त किया। ललन तिवारी ने भोजपुरी कविता, डॉ परमेश्वर भारती ने ‘बदरी कैसे घिर आई है पूनम की इस रात में….’, डॉ नीरज उपाध्याय, शशि कांत तिवारी, डॉ मनोज कुमार सिंह ने हिन्दी कविता व अध्यक्ष डॉ नर नारायण तिवारी ने भोजपुरी कविता ‘बबुआ बोलs ना भोजपुरिया बोल’ सुनाकर सबकी प्रशंसा पायी। धन्यवाद ज्ञापन डॉ नीरज उपाध्याय ने किया। इस अवसर पर अरुण कुमार, कुंतिका तिवारी, अनिता कुमारी, श्रीराम सिंह, नितेश कुमार मिश्र, संजीव पाठक के साथ उपाध्याय जी के परिवारजन; पत्नी कलावती उपाध्याय, बेटे राजन उपाध्याय और नीरज उपाध्याय, बेटी मुदिता उपस्थित थे।

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