बोकारो : डीपीएस बोकारो के मेधावी छात्र कुणाल आनंद ने एक बार फिर अपने बौद्धिक कौशल का परिचय दिया है। नौवीं कक्षा के विद्यार्थी कुणाल ने सिंगापुर और एशियाई स्कूल गणित ओलंपियाड (एसएएसएमओ) में शानदार सफलता के साथ रजत पदक जीता है।
स्टेट रैंक 1 तथा देश में रैंक 9 हासिल करते हुए सिल्वर मेडल और सर्टिफिकेट के साथ परफेक्ट स्कोरर अवार्ड उसने पाया है। अपनी इस विलक्षण उपलब्धि से कुणाल ने न केवल अपने विद्यालय व परिवार को सम्मान दिया है, बल्कि पूरे झारखंड राज्य को भी गौरवान्वित किया है।
इस अंतरराष्ट्रीय परीक्षा में कुणाल ने पूरे राज्य से अकेले कामयाबी पाई है। प्रतियोगिता में भारत, इंडोनेशिया, ईरान, जापान, ऑस्ट्रेलिया, अजरबैजान, ब्राजील, कंबोडिया, कनाडा, चीन, रूस, सिंगापुर, दक्षिण कोरिया, श्रीलंका, थाईलैंड, तुर्की, ब्रिटेन, संयुक्त अरब अमीरात आदि सहित 39 देशों के लगभग 45 हजार विद्यार्थियों ने भाग लिया था। अपनी इस सफलता पर उत्साहित कुणाल ने कहा कि इससे वह और बेहतरी की ओर प्रेरित हुआ है। अपनी कामयाबी का श्रेय उसने अपने विद्यालय के शिक्षकों के कुशल मार्गदर्शन, निरंतर प्रयासों तथा माता-पिता के सहयोग को दिया है।
डीपीएस बोकारो के प्राचार्य डॉ. ए एस गंगवार ने अपने विद्यालय के होनहार विद्यार्थी कुणाल की इस उपलब्धि को विद्यालय, राज्य तथा देश के लिए गौरवपूर्ण बताया। उन्होंने कहा कि डीपीएस बोकारो अपने विद्यार्थियों की छिपी प्रतिभा को निखारकर उन्हें सफल वैश्विक नागरिक बनाने के लिए हर समुचित मंच प्रदान कर रहा है। ये उपलब्धियां इसी प्रतिबद्धता का परिणाम हैं। उन्होंने कहा कि कुणाल एक प्रतिभाशाली छात्र है। हाल ही में उसे प्रतिष्ठित ग्लोबल हनोई ओपन गणित प्रतियोगिता (एचओएमसी) में भारत का प्रतिनिधित्व करने के लिए चुना गया है। इस प्रतियोगिता के जूनियर ग्रुप में उसने रैंक- 1 पाई है। इसके पहले उसने विद्यार्थी विज्ञान मंथन 2023 में नेशनल टॉपर होने का गौरव भी पाया था। डॉ. गंगवार ने कुणाल को बधाई देते हुए उसके उज्जवल भविष्य के लिए अपनी शुभकामनाएं दीं।
उल्लेखनीय है कि एसएएसएमओ एक गणित ओलंपियाड प्रतियोगिता है, जिसका उद्देश्य विद्यार्थियों में गणित के प्रति रुचि जगाकर उन्हें अंतरराष्ट्रीय स्तर की गणितीय स्पर्धाओं के लिए तैयार करना तथा उनमें आत्मविश्वास जगाना है। एसएएसएमओ प्रतियोगिता की तैयारी से छात्रों को पीएसएलई और ओ-लेवल परीक्षाओं की तैयारी में मदद मिलती है।