सखी बहिनपा मैथिलानी समूह द्वारा भव्य सांस्कृतिक कार्यक्रम सह सम्मान समारोह आयोजित

बोकारो: सखी बहिनपा मैथिलानी समूह की संस्थापक व अध्यक्ष आरती झा, महासचिव मनोरमा झा, सुनीता झा व उषा झा के बोकारो आगमन पर शनिवार की शाम सेक्टर 4 सिटी सेंटर स्थित रॉयल दरबार में स्वागत समारोह का आयोजन किया गया।

सखी बहिनपा, बोकारो इकाई द्वारा आयोजित इस समारोह का शुभारंभ गणेश वंदना के साथ आगत अतिथियों व बोकारो इकाई अध्यक्ष अमिता झा, सचिव उषा झा, उपसचिव नूतन झा, कोषाध्यक्ष संगीता मिश्रा व सुजाता झा, सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रभारी जयंती पाठक, मीडिया प्रभारी संजीता झा व रेखा झा, संगठन प्रभारी मुन्नी झा, कल्याणी मिश्रा आदि ने दीप प्रज्ज्वलित कर किया। भगवती गीत ‘जय भैरवि असुर भयावनि….’ की प्रस्तुति के बाद सुजाता झा, जयंती पाठक, नूतन झा, उषा झा, मुन्नी झा व कंचन झा ने स्वागत गीत ‘मंगलमय दिन आजु हे पाहुन छथि आयल….’ की सुमधुर प्रस्तुति की। स्वागत भाषण सचिव उषा झा ने प्रस्तुत किया।

उन्होंने कहा कि सखी बहिनपा ग्लोबल संस्था है। इसकी इकाई भारत के विभिन्न शहरों सहित विदेशों में भी है। तत्पश्चात् सखी बहिनपा की केन्द्रीय अध्यक्ष आरती झा सहित अन्य अतिथियों को मिथिला के परंपरानुसार उपहार भेंटकर सम्मानित किया गया। सखी बहिनपा की अध्यक्ष आरती झा ने अपने संबोधन में संस्था के उद्देश्यों को रेखांकित किया। उन्होंने कहा कि जिस परिवार में बड़ों को समुचित सम्मान व छोटे को स्नेह दिया जाता है वह परिवार खुशहाल रहता है। उसी तरह सखी बहिनपा समूह एक परिवार की तरह है, जहां सभी को उचित महत्व दिया जाता है।

उन्होंने बोकारो इकाई की गतिविधियों की सराहना की और इसी तरह मिथिला की कला-संस्कृति के उत्थान सहित सामाजिक उत्थान के लिए कार्य करते रहने की प्रेरणा दी। महासचिव मनोरमा झा ने कहा कि संस्था प्रतिभाओं को मंच प्रदान कर आगे बढ़ने हेतु प्रेरित करती है। बोकारो इकाई कला संस्कृति के साथ ही सामाजिक क्षेत्र में भी अच्छा कार्य कर रही है।

सांस्कृतिक कार्यक्रम में निशा झा ने ‘कुंज भवन सं निकसलि रे रोकल गिरधारी….’ गीत तथा जया मिश्रा ने ‘कुहकल बसंत के भोरहि कोयलिया…’ गीत पर सुंदर भावनृत्य की प्रस्तुति की। किरण मिश्रा, आशा झा, मधु ठाकुर, जयंती पाठक व बीणा झा ने भगवती गीत ‘कहवां नहेली काली….’ की सुंदर प्रस्तुति की। उषा झा, संगीता मिश्रा, नूतन झा, सुजाता झा, जयंती पाठक व संजीता भुवनेश ने पारंपरिक झिझिया नृत्य की मनोहारी प्रस्तुति से सभी को आनंदित किया। अर्चना चौधरी, नीलम झा व शैलजा झा ने काव्यपाठ से सबकी वाहवाली ली।

कार्यक्रम का समापन नीलम, जयंती, आशा झा व किरण मिश्रा द्वारा प्रस्तुत समदाओन गीत से हुआ। कला-संस्कृति, पत्रकारिता व सामाजिक योगदान के लिए अरुण पाठक को मिथिला पेंटिंग भेंटकर सम्मानित किया गया। सखी बहिनपा के आजीवन सदस्यों को प्रमाण-पत्र प्रदान किया गया। कार्यक्रम का संचालन संगीता मिश्रा ने किया। इस अवसर पर डॉ मंजू झा, रंजना भगत, नंदा झा, इंदिरा झा, किरण झा, ममता झा, पद्मा चौधरी, मीरा मिश्रा, अलका झा, प्रीति प्रिया, आशा पाठक, ज्योति झा शारदा चौधरी आदि उपस्थित थीं।

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