– अरुण पाठक
बोकारो : स्वदेशी मेला का एक अलग ही आकर्षण होता है। नगरवासियों को इस मेले का इंतजार रहता है। स्वदेशी जागरण मंच द्वारा आयोजित इस वार्षिक मेले में स्वदेशी उत्पादों के स्टॉल जहां लोगों को आकर्षित करते हैं, वहीं मेला परिसर में प्रतिदिन आयोजित होने वाले सांस्कृतिक कार्यक्रम, कवि सम्मेलन, विचार गोष्ठी व अन्य रचनात्मक गतिविधियों के प्रति भी लोगों का रुझान देखते ही बनता है। मेला परिसर में खाने-पीने के भी कुछ स्टॉल रहते हैं, उनमें स्वदेशी जागरण मंच के लिट्टी चोखा व जलेबी के स्टॉल का एक अलग ही आकर्षण होता है।
स्वदेशी जागरण मंच के सौजन्य से अखिल भारतीय साहित्य परिषद बोकारो के तत्वावधान में सोमवार की शाम को कवि सम्मेलन का आयोजन किया गया। साहित्यकार डॉ सत्यदेव तिवारी के संयोजन, कवि डाॅ नरेंद्र कुमार राय की अध्यक्षता एवं गीता कुमारी गुस्ताख व लव कुमार के संचालन में आयोजित इस कार्यक्रम में कवि-कवयित्रियों ने स्वदेशी, मानवीय भावनाओं, प्रेम, देशप्रेम आदि विषयों को उकेरती रचनाएं सुनाकर श्रोताओं को घंटों बांधे रखा।
कार्यक्रम की शुरुआत मुख्य अतिथि चास काॅलेज के पूर्व प्रभारी प्राचार्य परमेश्वर लाल वर्णवाल एवं स्वदेशी जागरण मंच के राष्ट्रीय मेला प्रमुख सचिन्द्र कुमार बरियार व स्वदेशी जागरण मंच के प्रचारक राजेश उपाध्याय द्वारा माँ भारती की मूर्ति पर मल्यार्पण के बाद मंच पर दीप प्रज्जवलन से हुई। काव्य कार्यक्रम का शुभारंभ ब्रह्मानंद गोस्वामी के मंगलाचरण से शुरु हुई। कवयित्री करुणा कलिका ने ‘राम राम छूट गया राधेश्याम छूट गया…’, डाॅ. परमेश्वर भारती ने ‘राष्ट्र भक्ति ‘, अमीरीनाथ झा अमर ने ‘देश भक्ति’, हास्य कवि वकील दीक्षित ने ‘लाठा पांडे का पाठा’, डाॅ.आशा पुष्प ने ‘ राम आए’, लव कुमार ने ‘भारत भूमि पर’, गीता कुमारी गुस्ताख ने ‘देश तुझे लाखों सलाम’, रीना यादव ने ‘कहानी बिटिया की’, सोनी कुमारी ने ‘वीर जवान’, अरुण पाठक ने ‘स्वदेशी हो धर्म हमारा…’ व मैथिली में ‘सद्भावना गीत’, दयानंद सिंह ने ‘अपना देश अपना उत्पाद’, प्रेस सचिव गंगेश कुमार पाठक ने ‘स्वदेशी मेला एवं राष्ट्र प्रेम’, डी ठाकूर ने ‘गोरे तो गैर थे’, रामदेव प्रसाद ने ‘बीबी आई है’, कस्तूरी सिन्हा ने गीत, डॉ सत्यदेव तिवारी ने ‘कुछ बातें’, सुप्रिया कुमारी सरस, डाॅ. रंजना श्रीवास्तव, वेंकटेश शर्मा , एस के बरियार ने हिन्दी कविता व अध्यक्ष डाॅ नरेंद्र कुमार राय ने ‘आंचल भारत माँ का’ शीर्षक कविता सुनाकर सबकी वाहवाही ली।
इस अवसर पर स्वदेशी जागरण मंच की मंजू बरियार, अजय चौधरी दीपक, मनीष कुमार, निभा पाठक सहित काफी संख्या में काव्य प्रेमी श्रोता उपस्थित थे।